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LED क्या है ? यह कैसे काम करता है ? Types of LED ? Uses of LED ? Advantages and disadvantages of LED?

LED ( Light Emitting Diode )

 
आजकल सभी जगह LED का प्रयोग हो रहा है । क्या आप जानते हैं कि क्या है LED ? यह कैसे काम करता है और यह कहाँ - कहाँ उपयोग होता है ? इसको किसने बनाया ? कब बनाया ? तो आइये जानते हैं इसके बारे में


LED क्या है ? What is LED ?

यह एक प्रकाश उत्सर्जक डायोड है मतलब ऐसा डायोड जो प्रकाश उत्पन्न करता है । यह एक प्रकार का अर्द्धचालक प्रकाश स्रोत है । जो प्रकाश उत्सर्जित करता है। जब इसके माध्यम से प्रवाह किया जाता है । मतलब जब इसमें current ( electricity ) को प्रवाहित किया जाता है तब यह प्रकाश उत्पन्न या उत्सर्जित करता है ।
इलेक्ट्रॉन , इलेक्ट्रॉन छिद्र के साथ दुबारा संयोजन करते हैं। और ऊर्जा को फोटॉन के रुप में जारी करते हैं। इसमें प्रकाश का रंग अर्द्धचालक के बैंड गेप को पार करने के लिए इलेक्ट्रॉनों के लिए आवश्यक ऊर्जा के द्वारा निर्धारित किया जाता है।
LED का रंग इसकी बनावट के अनुसार होता है । LED कई प्रकार की होती हैं । इसका मुख्य componant गैलियम आर्सेनाइड होता है। जो प्रकाश उत्पादन करता है। 
इसमें एक इलेक्ट्रॉन चिप होती है। जब इसमें विद्युत को प्रवाहित किया जाता है तो इलेक्ट्रॉन पहले तो आवेशित हो जाते हैं। और फिर आवेश वाली ऊर्जा को प्रकाश के रुप में उत्सर्जित करते हैं।

सफेद LED में फास्फोरस का आवरण होता है और सबसे तेज लाइट भी सफेद एलईडी की होती है।


Types of LED ( LED के प्रकार )

1 - मिनिएचर एलईडी

इसका प्रयोग इंडिकेटर्स में किया जाता है।

2 - आर्गेनिक एलईडी ( OLED )

मोबाइल , लैपटॉप , डीवीडी प्लेयर , वीडियो गेम आदि में इसका प्रयोग किया जाता है।


3 -SMD LED

यह surface mount device LED है । यह एक विशेष प्रकार की LED है । तारों के बिना ये उपकरण (device ) कम उपद्रव ( fuss ) प्रदान करते हैं। यह घरेलू और औद्योगिक  कारखानों में lighting system में use की जाती है। और LED स्क्रीन , टीवी प्रोजेक्टर , और वाहनों में भी use की जाती हैं।

4-COB LED

यह chip on Board LED है । यह LED कई LED chips से मिलकर बनाया जाता है आमतौर पर 9 या उससे अधिक । यह सामान्य प्रकाश से ज्यादा प्रकाश देता है । इसका प्रयोग जहाँ ज्यादा light की आवश्यकता होती है। वहाँ पर किया जाता है।

5-Brightness LED

यह एक High Brightness LED है जो कि 50 से ज्यादा Lumens ( 1 candela = 12.75 lumens ) का उत्पादन करता है । यह एक प्रकार का उच्च शक्ति LED है । आमतौर पर 1 उच्च शक्ति LED को  1 वाट से अधिक खपत के रूप में परिभाषित किया जाता है।

6-Graphene LED

यह एक Graphene LED लाइट बल्ब बस एक एलईडी लाइट बल्ब है जहाँ बल्ब की फिलामेंट को Graphene से लेप किया जाता है। और ये निर्माण और खरीदने में सस्ते होते हैं ।



7-Traditional and inorganic LED

इस प्रकार के LED का निर्माण inorganic material से होता है । सबसे व्यापक रुप से उपयोग होने वाले एलईडी मिश्रित यौगिक अर्द्धचालक से बने होते हैं । जैसे - गैलियम आर्सेनाइड फॉस्फाइड , एल्युमीनियम आर्सेनाइड फॉस्फाइड और आदि ।


8-Dimmer Switches

यह एलईडी अन्य बल्बों के समान डिमर स्विच के साथ उपलब्ध है।
सामान्य बल्बों की तुलना में डिमर स्विच एलईडी बल्बों में अच्छी तरह से काम करता है। क्योकि यह कम वाट ( पावर ) पर भी संचालित होता है।

9-Color LED


10-LED Tubes





 

LED कैसे काम करता है ?

LED का कार्य सिद्धान्त - (working principle of LED)

यह विद्युत संदीप्ति ( Electro lumines ) के कार्य सिद्धान्त पर काम करता है। यह एक ऐसी प्रकाशीय घटना है । जिसमें एक पदार्थ में विद्युत धारा प्रवाहित कराने पर या उस पदार्थ के किसी विद्युत क्षेत्र के संपर्क में आने पर प्रकाश का उत्सर्जन करता है। यह एक अर्द्धचालक डायोड है , जिसमें कि इलेक्ट्रान और होल्स होते हैं, जो एक दूसरे से संयोजित रहते हैं । और जब इसमें विद्युत प्रवाहित किया जाता है तब यह प्रकाश को उत्सर्जित करता है । 



LED का आविष्कार या खोज ( LED को कब और किसने बनाया )


सन 1907 में ब्रिटिश वैज्ञानिक H.J. Round ने LED के बारे में मारकोनी प्रयोगशाला में एक रिपोर्ट लिखी थी ।
इसका आविष्कार 1920 में रूस में हुआ था ।
सन 1927 में ओलेग लोसेव ( जो एक रेडियो तकनीशियन थे, ) के द्वारा यह पाया गया कि रेडियो रिसीवर में प्रयुक्त डायोड से जब विद्युत धारा प्रवाहित होती है तब वे प्रकाश उत्सर्जित करते हैं। उन्होंने 1927 में एक रूसी जरनल में एलईडी का विवरण दिया था।
और 1962 में इसे अमेरिका में इसे एक इलेक्ट्रॉनिक घटक के रुप में प्रस्तुत किया गया ।
सन् 1962 अक्टूबर को निक होलन्याक जूनियर ने पहला एलईडी LED बनाया । इन्हें एलईडी के पितामह के रूप में जाना जाता है।
एम जार्ज क्रॉफर्ड ने लाल, पीली और नारंगी  रंग की एलईडी की खोज की । इनका प्रयोग घडी, कैलकुलेटर , टीवी , फोन, और रेडियो आदि चीजों में किया जाता है आजकल सफेद , नीली , हरी और लगभग हर कलर की एलईडी का प्रयोग हो रहा है ।


LED के उपयोग (Uses of LED)

1- Display Board बनाने में
2- गाड़यों की लाइट बनाने में
3- घरों के लिए बल्ब बनाने में
4- टार्च बनाने में
5- सजावटी लाइट बनाने में
6- सड़क पर लाइट संकेतों के रुप में
7- छोटे पैनलों के उपकरण बनाने में
8- इंडिकेटर्स में
9- मोबाइल , लैपटॉप , डीपीडी प्लेयर , वीडियो गेम आदि में


LED के लाभ (Advantages of LED)

1- Long-life Durability
2- Good Energy Efficiency
3- Low Maintenance
4- Low power consumption 
5- Brightness 
6- Low Heat Produce
7- Low cost
8- Small form factor
9- Multi color available 
10- Environment friendly
11- Good Designability or Many new designability
12- RGB LED and color mixing
13- Low voltage
14- white LED

LED के हानि (Disadvantages of LED)

1-Thermal effect
2-Low power
3-Broad spectral width
4-Large beam divergence
5-High production costs
6-High temp. create around surroundings

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