इंटरनेट क्या है ? What is internet ?
आजकल प्रत्येक व्यक्ति इन्टरनेट के बारे में बात करता है।यह बातचीत का प्रमुख विषय बन गया है।इसके बारे में टेलीविजन कार्यक्रमों,समाचार पत्रों और पत्रिकाओंमें भी चर्चा की जाती है । हर दूसरा आदमी इसका प्रयोग कर रहा है । राष्ट्रध्यक्ष जैसे राष्ट्रपति उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री भी इंटरनेट का उपयोग करते हैं।इंटरनेट भी एक नेटवर्क है, और यह दुनिया का सबसे बड़ा नेटवर्क है । इंटरनेट वास्तव में दुनिया भर में मौजूद छोटे-छोटे नेटवर्कों का नेटवर्क है। इंटरनेट का कोई मालिक नहीं है । जैसे ही आप अपने कम्प्यूटर को इंटरनेट से जोड़ते हैं आप भी इंटरनेट का एक भाग बन जाते हैं।
इंटरनेट का इतिहास History of Internet
इंटरनेट सन 1969 में सामने आया । जब अमेरिका के रक्षा विभाग ने ARPANET ( Advanced research projects Network ) नामक प्रोजेक्ट शुरू किया ।इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य अमरीकी रक्षा विभाग और विभिन्न विश्वविद्यालयों के कम्प्यूटरों कम्प्यूटरों को आपस में जोडना था । इसका था । इसका प्रारंभ था । इसका प्रारंभ उन इंजीनियरों, वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं के बीच में सूचना के बीच में सूचना तथा सन्देशों के आदान प्रदान से किया गया था।परन्तु इसका विस्तार बहुत तेजी से हुआ ।
सन 1980 के दशक के बीच में एक अन्य संगठन National science foundation ने शैक्षिक और इंजीनियरिंग शोध के लिए एक new Network बनाया जिसका नाम NSFNet था ।इसकी capacity ARPANET से ज्यादा थी । इस नेटवर्क से केवल शोधकर्ताओं को जोड़ने की अनुमति थी। और इस पर किसी भी प्रकार के व्यापार की अनुमति नहीं थी । इसकी जरूरत को देखकर बहुत सी प्राइवेट कम्पनियों ने भी अपने अपने नेटवर्क बना लिये जो बाद में ARPANET और NSFNet से जुड गये और इस प्रकार इंटरनेट का जन्म हुआ । इस प्रक्रिया को इंटरनेटवर्किंग कहा जाता था । इसलिए इसका नाम INTERNET रखा गया ।
ARPANET को सन 1990 बंद और NSFNet को 1995 में सरकारी सहायता देना रोक रोक दिया गया। परन्तु इंटरनेट पहले की तरह कार्य करता रहा क्योंकि बहुत सी व्यापारिक इंटरनेट सेवाएँ प्रारंभ हो चुकी थी इंटरनेट में अन्य कार्य करता रहा क्योंकि बहुत सी व्यापारिक इंटरनेट सेवाएँ प्रारंभ हो चुकी थी इंटरनेट में अन्य सेवाएँ और उपयोगकर्ता जुड़ते गये और अभी भी इसका विस्तार हो रहा है।
इंटरनेट कैसे कार्य करता है ? How does the internet work?
इन्टरनेट क्योंकि नेटवर्कों का नेटवर्क है इसलिए सामान्यता इससे किसी भी user को सीधे नहीं जोड़ा जा सकता है। इसके बजाय उन्हें किसी छोटे नेटवर्क से जोड़ा जाता है जो गेटवे के माध्यम से इंटरनेट के बैकबोन से जोड़े जाते हैं । गेटवे एक ऐसा उपकरण है। जो दो अलग अलग प्रकार के नेटवर्कों को जोड़ता है । बैकबोन ऐसा केन्द्रीय ढांचा होता है जो दो या अधिक नेटवर्कों को जोड़ता है।
इंटरनेट समुद्र के माध्यम से फैला हुआ एक बहुत बड़ा नेटवर्क है, जो पूरी दुनिया में फैला हुआ है। इसको Hindi में अंतरजाल भी कहते हैं।
इंटरनेट की कार्यप्रणाली working of internet
इंटरनेट से जुड़ा कोई कम्प्यूटर ( गेटवे या सर्वर ) किसी नाम या पते से पहचाना जाता है । आप नेटवर्क के किसी कम्प्यूटर से किसी दूसरे कम्प्यूटर को कोई भी डाटा , सूचना या संदेश भेज सकते हैं । भेजी जाने वाली प्रत्येक सूचना को कई छोटे भागों में तोड़ा जाता है , जिन्हें पैकेट ( Packets ) कहते हैं । प्रत्येक पैकेट अलग से भेजा जाता है और जब सभी प्राप्त हो जाते हैं , जो उन्हें जोड़कर मूल सूचना बना ली जाती है । इंटरनेट को सुचारु रूप से चलाने के लिए यह आवश्यक है कि इससे जुड़ा हर कम्प्यूटर संचार के समान नियमों का पालन करे । ऐसे नियमों के समूह को प्रोटोकॉल कहा जाता है । इंटरनेट द्वारा प्रयोग किया जाने वाला संचार प्रोटोकॉल टीसीपी / आईपी ( TCP / IP ) है । यह प्रोटोकॉल दो भागों में है । पहला भाग टीसीपी ( TCP : Transmission Control Protocol ) है , जो किसी फाइल या संदेश को स्रोत कम्प्यूटर में ही पैकेटों में बाँटने के लिए उत्तरदायी है । यह प्राप्तकर्ता कम्प्यूटर को प्राप्त होने वाले पैकेटों को फिर से जोड़कर मूल संदेश बनाने के लिए भी उत्तरदायी है । दूसरा भाग आईपी ( IP : Internet Protocol ) प्राप्तकर्ता कम्प्यूटर के पते को सँभालने के लिए उत्तरदायी है , ताकि प्रत्येक पैकेट सही रास्ते से भेजा जाय । इन दोनों प्रोटोकॉलों को मिलाकर टीसीपी / आईपी ( TCP / IP : Transmission Control Protocol / Internet Protocol ) कहा जाता है ।
इंटरनेट को कौन देखता है या उसकी व्यवस्था कौन करता है? Who sees or arranges the internet?
दुनिया में कोई संगठन या सरकार इंटरनेट का मालिक नहीं है। इसको कई सारी संगठनो द्वारा स्वेच्छा से संभाला जाता है । इस में होने वाली अलग अलग गतिविधियों के लिए उत्तरदायी संगठन हैं। -
1- IAB Internet Archetecture board यह उपयोगकर्ताओं को विभिन्न साधनों के आवंटन के लिए उत्तरदायी है।
2 - IETF Internet engineering Task force यह इंटरनेट की संचालन संबंधी और तकनीकी समस्याओं की चर्चा और जांच करने के लिए उत्तरदायी है।
3 - Inter NIC इंटरनेट समुदाय के लिए पंजीकरण प्रदान करने के लिए उत्तरदायी है।
इंटरनेट के उपयोग uses of internet
1 - इंटरनेट का उपयोग विभिन्न प्रकार की सूचनाओं को पहुंचाने और ईमेल भेजने में तथा प्राप्त करने में किया जाता है।
2 - ई.कॉमर्स में इंटरनेट का उपयोग प्रतिदिन तेजी से बढ़ रहा है। इसमें उत्पादों और सेवाओं का विज्ञापन बेचना खरीदना और वितरण करना शामिल है । इसका उपयोग कॉल सेंटरों के माध्यम से after sales service प्रदान में भी किया जाता है।
3 - आजकल सभी लोग or संस्थाएं इंटरनेट का उपयोग sound और इंटरनेट का उपयोग sound और video confrences तथा बातचीत के लिए भी करते हैं जिनसे लोग बहुत दूरी से एक दूसरे के सम्पर्क में बात करने में आसानी हो जाती है। और एक दूसरे से जुडे रहते हैं ।
4 - इंटरनेट पर electronic mail भेजने से कम्पनियों सहकर्मियों और व्यक्तियों के बीच संचार की गति बहुत तेज से बढ गया है ।
5 - इंटरनेट का उपयोग online समाचार और मौसम रिपोर्टों के प्रसारण में किया जाता है ।
6 - सामान्य लोग इंटरनेट का उपयोग संवाद मनोरंजन सूचनाएँ ढूँढने और वस्तुएँ खरीदने और बेचने में करते हैं।
7 - इंटरनेट का उपयोग इच्छुक कम्पनियाँ तथा रोजगार प्रदाताओं को अपना विवरण केजकर नौकरी के लिए कार्य प्राप्त करने में भी किया जाता है।
इंटरनेट के लाभ और हानियाँ Advantages and disadvantages of internet
इंटरनेट के लाभ -
1 - सूचनाएँ प्राप्त करना और भेजना ।
2 - connectivity
3 - साझाकरण (sharing )
4 - संचारण प्रसारण
5 - संपर्क
6- मैपिंग
7- पता
8 - पैसा
9 - बैंकिग
10 - बिल
11 - खरीदारी
12 - घर से काम
13 - मनोरंजन
14 - शॉपिंग
15 - व्यापार को बढावा
16 - नौकरी की जानकारी व आवेदन
17 - विज्ञप्ति
18 - फ्रीलांसिग
19 - शिक्षा
20 - Time save
2 l - News
22 - communication बातचीत
23 - किसी भी चीज को save करके रख सकते हैं ।
24 - music
25 - sports
26 - Weather
27 - Leaning
28 - social Network
29 - Meetings
इंटरनेट के हानियाँ
1- समय की बर्बादी
2- बार-बार इंटरनेट रिचार्ज कराना पडता है ।
3 - गलत जानकारियाँ
4 - हैकिंग
5 - चीटिंग
6 - गलत मेल और विज्ञापन
7 - इंटरनेट की आदत (लत )
8 - शोषण
9 - अश्लीलता
10 - हिंसक छवियां
11 - गलत खबरें
12 - वायरस
13 - लोग अपनी संस्कृति और परम्पराओं को खो ( Loss ) रहे हैं।
14 - सब कुछ online हो गया है ।
15 - लड़ाई झगड़ों का कारण
16 - लोगों की पहचान secure नहीं हैं।
17 - सोचने की क्षमता कम हो रही है ।
18 - Technology का गलत उपयोग
19 - लोग एक दूसरे की इज्जत करना भूल रहें हैं। संस्कार खो रहें हैं ।
20 - रिश्तों में दूरियाँ
21 - धोखाधड़ी Fraud
22 - Information leaks
इंट्रानेट ( Intranets )
कोई इंट्रानेट ऐसा नेटवर्क है जो केवल किसी संगठन में रहता है। और वह इंटसेट तकनीक पर आधारित है यह उस संगठन के बारे में सूचनाओं को अपने सदस्य कम्प्यूटर और वर्क स्टेशनों पर तेजी से भेजता है। लेकिन साथ ही उनको गलत उपयोग से रोकता है । यह किसी संगठन के अंदर सूचनाएँ प्रसारित करने का सबसे सस्ता माध्यम है । क्योंकि यह इंटरनेट की तकनीक पर आधारित है। इसके कई स्थानों पर कई users हो सकते हैं। फिर भी निजी रहता है । example के लिए आप किसी बैंक की इंट्रानेट साइट मान सकते है ।
Q . इंटरनेट क्या है ?
Ans. इंटरनेट कम्प्यूटरों का एक विश्वव्यापी नेटवर्क है। यह बहुत से छोटे नेटवर्कों का नेटवर्क है । इंटरनेट से जुड़ा कोई कम्प्यूटर अपनी सूचनाओं और साधनों को साझा इंटरनेट से जुड़े दूसरे कम्पयूटरों के साथ कर सकता है ।
Q . इंटरनेट भारत में कब आया ?
Ans. इंटरनेट भारत में 1987 में आया था पर तब यह सरकारी और शिक्षण कामों के लिए उपयोग किया जाता था। सन 1995 में 15 August से इंटरनेट भारत में आया और पूरी तरह से चालू हुआ । तब B S N L के माध्यम से इंटरनेट चलता था । जो कि सरकारी नेटवर्क है परंतु आज बहुत से प्राइवेट नेटवर्क आ गये हैं।
Q . प्रोटोकाल क्या होते हैं ?
Ans. प्रोटॉकॉल नियमों का एक ऐसा समूह होता है जिसका पालन किसी कार्य की सफलता के लिए किया जाना अनिवार्य है । इंटरनेट में अनेक उद्देश्यों के लिए प्रयोग किए जाने वाले अनेक प्रोटोकॉल उपयोग में है। example के लिए ट्रांसफर कंट्रोल प्रोटोकॉल का उपयोग मूल संदेश को पैकेटों में तोड़कर किसी वक्ष्य कम्प्यूटर को भेजने या पहुँचाने में किया जाता है। और इन प्रोटोकालों का उपयोग इंटरनेट में कम्प्यूटरों का पता करने में भी किया जाता है ।
Q . मल्टीमीडिया फाइल क्या होती है ?
Ans. मल्टीमीडिया शब्द कई विभिन्न प्रकार के माध्यमों जैसे पाठ्य , फोटो , चित्र , ध्वनि और वीडियो को एक साथ जोड़ती है। मल्टीमीडिया फाइल एक ऐसी फाइल होती है जिसमें सभी प्रकार की सूचनाएँ एक साथ स्टोर की जाती हैं ।
Q . ईमेल क्या होती है ?
Ans. ईमेल इलैक्ट्रॉनिक मेल का छोटा नाम है। यह कम्प्यूटरों के किसी नेटवर्क में इलैक्ट्रॉनिक रूप में संदेश भेजने और प्राप्त करने की क्रिया है । आज भी इंटरनेट पर ईमेल भेजना और प्राप्त करना मुख्य कार्य है। यह संदेश भेजने का सबसे सस्ता और सबसे अधिक विश्वसनीय और सबसे तेज माध्यम है। इसके माध्यम से हम छोटी छोटी फाइलें भी जोड़कर भेज सकते हैं ।
Q . DNS क्या है ?
Ans. इसका पूरा नाम डोमेन नेम सिस्टम है। यह इंटरनेट पर वेबसाइटों का पता निर्धारित करने की एक प्रणाली है। इसमें प्रत्येक वेबसाइट को एक दूसरा नाम दिया जाता है । जिसे U R L कहा जाता है।
Q . U R L क्या होता है ?
Ans. uniform research locator इंटरनेट में किसी computer या Website का पता होता है । और यह किसी भी वेबसाइट को सही तरीके से पहचानता है।
Q . आई पी पता ( IP Address ) क्या है ?
Ans. IP Address किसी भी वेबसाइट का इंटरनेट पता ( Internet Address ) होता है। यह 4 संख्याओं की श्रृंखला ( Chain ) होती है। जो बिंदुओ ( . ) द्वारा जोड़े जाते हैं। या जुड़ी रहती है। example के लिए 123 . 123 . 109 . 5 किसी वेबसाइट का IP address हो सकता है । किसी भी वेबसाइट तक हम उसके IP Address or U R L के माध्यम से ही पहुँच सकते हैं।
Q . डोमेन आईडी ( Domain ID ) क्या होता है ?
Ans. मह किसी website के U R L का भाग होता है। यह वेबसाइट का टाइप और उद्देश्य बताता है। Example के लिए - किसी वेबसाइट के URL में जुड़ा हुआ ( .com ) डोमेन आईडी यह बताता है कि वह व्यापारिक वेबसाइट है। इसी प्रकार org डोमेन आईडी वाली वेबसाइट किस लाभ न कमाने वाले संगठन को बताता है।
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